Sunday, December 30, 2018
मेरे एहसास
तुम्हारी मुस्कुराहट पर हमारा हक तो नहीं, पर तुम्हें मुस्कुराता देखना अच्छा लगता है। माना तुम्हारी चाहत पे हक नहीं है मेरा,पर तुम्हारी चाहत में डूब जाना अच्छा लगता है ।
Saturday, December 29, 2018
मेरे एहसास
खामोश कहीं आंखें बंद कर सो जाता हूं, आंखें खोलने से डरता हूं,कहीं ख्वाब टूट ना जाए।
भुला तो नहीं उन यादों को,बस छेड़ने से डरता हूं,कहीं वो रूठ ना जाए।
मेरे एहसास
मेरी निगाहें कभी रोती नहीं, मुस्कुराने की वजह मालूम है इसे,कभी तो रूठी होगी ये निगाहें, वजह शायद मालूम नहीं ।
Saturday, December 22, 2018
मेरे एहसास
कुछ टूटे हुए ख्वाब लेकर,हम भी निकल जाएंगे । देखा कई बार हमने उन्हें,शायद वो हमें लौटा लाएंगे । पर इश्क कहा था,हम से उन्हें। शायद मालूम ना था हमें, हम भी कभी रूठ जाएंगे।
Friday, December 21, 2018
मेरे एहसास
हकीकत है या यकीन, पर अच्छा लगता है,खुद में कहीं डूब जाना। समझ कर भी,कुछ ना समझ पाना, पर अच्छा लगता है, खुद को भूल जाना।
लफ़्ज़ों से कुछ ना कहना, पर निगाहों से सब कुछ कह देना , हकीकत तो नहीं, पर अच्छा लगता है,यह सोचकर जीना ।
Friday, December 14, 2018
मेरे एहसास
ख्वाहिशें कभी नहीं मरती,बशर्तो वो दिल होना चाहिए,जिस दिल में उन ख्वाहिशें के लिए बेशुमार प्यार हो ।
Monday, December 10, 2018
मेरे एहसास
दिन भी गुजर गई,अब रात भी ना रहा। टूट गई है पत्थर,अब वो शान भी कहा रहा।
ढूंढना मुझे तुम ख्वाब,अब ख्वाब भी कहा रहा।
अगर मिल ना पाऊं, तो ढूंढ लेना तुम उन बिखरे पत्थरों मे, जो तेरे कदमों में बिछे होंगें।
Sunday, December 9, 2018
Dialogue
लोग खुदा से हमें मंगते है और हम खुदा से उन्हें। खुदा यह सोचकर सोच में पड़े है, आखिर ख्वाहिशें पूरी करूं तो किसकी, हर दुआ जो दिल से उठी है।
Saturday, December 8, 2018
Friday, December 7, 2018
मेरे एहसास
लोगों की चाहत,उनकी मुसीबत है, भला मैं क्या करू, अगर उनकी चाहत मेरे दिल में ना आए तो,वक्त तो यूही उनकी यादों में कट जाती है, रही जिंदगी,वो उनकी बातों में कट जाती है।
Tuesday, December 4, 2018
Sunday, December 2, 2018
मेरे एहसास
दिल कहता है,कह दूं उसे मैें,पर हर बार की तरह,टूटने के ख्याल से डर जाता हूं मैं। चलो इतना तो यकीन है अब, मैंने भी जीना सीख लिया।
मेरे एहसास
मालूम है हमें,वक्त ने छोड़ दिया है हमें,पर इस दिल को क्या समझाएं,जिसे अभी भी वक्त का इंतजार है ।
Friday, November 30, 2018
मेरे एहसास
रूठ कर,खुद ही खुद को,मना लेता हूं,
रूठ कर जाऊं तो कहां जाऊं , दिखती नहीं निगाहें यहां कोई,जो मुझे खुद में बसा ले ।
मेरे एहसास
उनकी मोहब्बत भी हवाओं की झोंकों की तरह थी ,पास से गुजर गई और मैं देखता रहा, कोशिश तो यही थी। पर धड़कन में वैसे बसें, जैसे थी कोई गजल,जिसे मैं गुनगुनाने लगा ।
मेरे एहसास
दुनिया यह सोच रही थी,कहां खोए हुए है हम। और हम दुनिया को देख यह सोच रहे थे कहां खोए हुए हैं ये। पर हकीकत यह था कि ना हम खोए थे ना वे,बस खुद मे खोए हुए थे हम सब।
Wednesday, November 28, 2018
मेरे एहसास
नाराज क्यों होऊ मैं तुझसे,अगर तू साथ ना है।
अगर जीना ही जिंदगी है,तो खुश हूं मैं इस जिंदगी से, तेरे बगैर।
Tuesday, November 20, 2018
मेरे एहसास
महसूस करने लगा हूं खुद में तुझे, तुझे क्यों मैं याद दिलाऊं।
ढूंढो तो कहां ढूंढू तुझे,अपने दिल में ही तुझे पाऊं।
कहने दो जमाने को पागल मुझे,मैं तो बस तेरी यादों में ही मुस्कुराऊं।
Monday, November 5, 2018
मेरे एहसास
ना जाने क्यों वक्त छूट सा गया है,
होठों की मुस्कान भी अब,रूठ सा गया है।
टूटा तो अंदर कुछ भी नहीं, पर ना जाने क्यों,दिल रुठ सा गया ।
शायद यह हकीकत ही है कि,अब वक्त छुट सा गया है ।
अब जगा करती रातों, मेरी आंखें
,शायद मालूम है,इन आंखों को,की ये रिश्ता टूट सा गया है।
Sunday, November 4, 2018
मेरे एहसास
कभी एहसासों में,अगर मैं प्यार बन जाऊं, तो आँखों से अश्क ना बहाना, तेरी दर्द की एहसास मुझे, तुझसे ज्यादा मुझे रुलाएगी।
Sunday, October 28, 2018
Dialogue
एहसास हू मैं, एहसास ही रहने दो, फिजूल की अल्फाजों में क्यों पड़ती हो तुम,जिसे लोग मोहब्बत कहते हैं ।
मेरे एहसास
वक्त का क्या पता,कब गुजर जाए,एक एहसास मेरे दिल में भी रह लेने दो, कि अफसोस ना हो, कि अब तुम कुछ भी नहीं ।
मेरे एहसास
अगर मोहब्बत ही थी,मेरे दिल में, तो फिर तन्हा कैसे हुआ।ख्याल तब आया, जब मुस्कुरा कर उनके दर आया।
Dialogue
दीखती रही मौत का समुंदर,फिर भी मैं हंसता रहा । जाता भी तो कहां जाता, समुंदर के बीच में जो खड़ा था ।
Saturday, October 27, 2018
मेरे एहसास
टूटा नहीं हूं मैं, मुस्कान अपने साथ रखा हूं, नजर से तुम देखो या ना देखो, तेरे हर मुस्कान को अपने साथ रख हूं मैं। रूठ जाने दो जमाने को, अपने होठों से तेरा ही नाम रटता हूं मैं।
Friday, October 26, 2018
Thursday, October 25, 2018
मेरे एहसास
सांसों को कैसे बह जाने दू,इन हवाओं में ,परख तो हम भी ना पाएं, किस ओर बह रही है ये। पर याद आया धड़कती तो है।
Monday, October 22, 2018
Dialogue
ख्वाहिशों का क्या है साहब वो तो हर रोज आते-जाते हैं, बदतमीज तो यह दिल है, जो कभी मेरा सुनता ही नहीं।
Thursday, October 11, 2018
Friday, October 5, 2018
Dialogue
अगर लौट कर ना आऊं तो शिकायत ना करना,मेरी मंजिल ही कुछ ऐसी है, जहां रास्ते तो है, पर रास्ता नहीं।
Tuesday, September 25, 2018
Saturday, September 22, 2018
Dialogue
दिमाग पढ़ने वाले तो बहुत होते हैं, दिल पढ़ने वाले कम,पर दिल पड़ने वाले लोग अक्सर आशिक होते हैं।
Wednesday, September 12, 2018
Short term happiness of Maldives,Nepal, Sri Lanka, Myanmar
If we want to buy a plane, first we prepare landing base for plane. If we not prepare base and buy plane,we know what results will come at the time of landing the plane.
India is Progressive country but also India always support Maldives,Nepal, Sri Lanka, Myanmar to improve basic Structure .
Now days these countries take a shortcut way to buy a plane and no doubt, they all will be success, but when situation will come to landing plane on landing base, how they landing plane without improving the landing base.
I think these country happiness will short term
Tuesday, September 11, 2018
Try to writing lyrics
कैसे कहूं मैं,हूं यार तन्हा,तेरी यादें सदा है ।
कैसे मैं रुकूं,खुद को वो यारा, तेरी यादें मेरे संग चले हैं।
सर सर चलती, ठंडी हवाओं में,तेरी बातों को मैं क्यों ना गुनगुनाऊं।
बातें करूं या मैं ना करूं,हर बातों में हाँ तुम्हीं।
आंखें छुपाऊं या आंखें दिखाओ, किसे मैं ना देखूं,किसे मैं देखूं , हर आईना मे तुम हो।
ख़्वाबें बुनू या ना बुनू मैं, हर ख़्वाबों में हाँ तुम्हीं हो।
नींदों को तोड़ू या मैंं ना तोड़ू, हर ख्वाब में तो तुम्हीं हो।
हो तुम नहीं पर,कैसे कहूं मैं,हूं यार तन्हा,तेरी यादें सदा है ।
Saturday, September 8, 2018
Dialogue
आंखों ने खुद से है सवाल किया,हम तेरे इश्क में मशहूर कुछ इस कदर हुए हैं की रातें अब सोती नहीं, बताओ हम क्या करें।
Saturday, September 1, 2018
मेरे एहसास
कैसे रोक दूं खुद को, बहती इन हवाओं में बहने से,दूर तलक ये जाती है। मैं थक जाऊं ये हो सकता है पर ये कभी ना थकतीं है। तभी तो दिल में सांसे बनकर, दिल को ये धड़काती है।
दिल तुमसे बैर करके शायद रुठ जाते हैं,पर देखो इन हवाओं को, बिना मनाएं ही दिल को धड़काते हैं ।
मेरे एहसास
कबूल थी मुझे तन्हाइयां, अक्सर उनकी याद तन्हाइयों में ही आती थी,महफिले तो हम यूही हंसकर गुजार दिया करते हैं,तन्हाइयों में ही हम रोया करते थे।
मेरे एहसास
रहने देता हूं बाकी,कुछ यादों को दिल में, तन्हाइयों में साथ देगी। वरना यूं ही कौन किसी से रिश्ता रखता है।
Saturday, August 18, 2018
मेरे एहसास
आज मैं लिखता रहूंगा,तोड़कर हर बंदिशें, रोकना मुझको नहीं, मैं रक्त से लिखता रहूंगा,तोड़कर हर बंदिशें। रात भी जगते रहेगी, चांद छोड़कर तेरी सारी ये बंदिशें।थक जाऊं अगर तो,तुम यह सोचना, शाम अब होने को है, उम्र अब सोने को है, आज मे लिखता रहूंगा,खत्म हो जाएगी, सारी ये बंदिशें।
मेरे एहसास
हर शख्स अपनी शख्सियत इठला रहा था,मैं दूर कहीं बैठा मुस्कुरा रहा हूं।
क्या कहूं खुद के बारे में,यह सोच कर घबरा रहा था। बिना दौड़ लगाए,क्या मैं हार जाऊं,यह सोचकर पगला रहा था, फिर उठकर दौड़ चला मैं, ना जाने क्या आगे होगा,बिना सोचे,नया गीत गुनगुना रहा था।
मेरे एहसास
कुछ तेरा कहना,कुछ मेरा कहना, कहना भी एक चाहत है।
हम बैठे थे यूं ही यहां पर,तुम समझे हम तेरे हैं।
पर तुम शायद भूल गए थे,हम तो बस तेरे ही थे।
तुम जो अब कहते हो,तुम बस, सिर्फ मेरे हो,शायद तुम झूठे हो।
मेरे एहसास
देख रहा हूं अपनी इन आंखों से, दूर जा रहे हो तुम,मेरी निगाहों से।
शायद तुम लौट कर ना आओ, मेरी इन बाहों में।
हसरतें तो अब मेरी भी नहीं,कि तुझे पा लूं।
पर शायद इंतजार पूरी उम्र रहेगी, की काश तुम लौट कर आ जाते।
Thursday, August 16, 2018
Wednesday, August 15, 2018
Monday, August 13, 2018
Friday, August 10, 2018
मेरे एहसास
मैं तेरे दामन में बंधा नहीं,मुझे शौक है मुझमें जीने का।
दिल धड़कता रहेगा, यकिन नहीं तो दूर जाकर देखो।
Thursday, August 9, 2018
मेरे एहसास
कुछ वक्त गुजर गए, कुछ वक्त अभी भी बाकी है । सिमटी हुई यादों में,कुछ यादें अभी भी खाली है। रूकती हुई धड़कनों में,कुछ सांसे अभी भी बाकी है। सूखी हुई इन आंखों में,कुछ आंसू अभी भी बाकी है। मान गया ऐ दिल, तेरा धड़कन अभी भी बाकी है।
मेरे एहसास
बड़ी मुद्दत से मिली हो तुम, यकीनन वो ख्वाब ही होगा,वरना कोई यूं ही आंखे खुलते ही नहीं चला जाता।
Sunday, August 5, 2018
Trying to write lyric
अब अल्फाज नहीं है ,कुछ भी कह जाने को
दर्दे है पर, दर्द है पर , अहसास नहीं है, कुछ भी कहे जाने को
जिंदगी है पर, जिंदगी का अहसास नहीं
मैं यहां वहां भटक रहा हूं पर, अब राह नहीं
भुला तो नहीं मैं ,पर ,अब याद नहीं ,मैं हूं कहां
है हाँ ख्वाब मगर ,अब ख्वाबों में ,वो बात नहीं
है हां रात मगर ,अब रातो में ,वो नींद नहीं
अब अल्फाज नहीं है ,कुछ भी कह जाने को
खामोश हूं पर,अहसास नहीं ,की खामोश हूं
टूटा हूं मगर ,टूटने का अहसास नहीं
वक्त गुजरा है मगर ,उसे गुजर जाने का अहसास नहीं
वक्त तो है मगर ,वक्त को, कैसे गुजारें ,अहसास नहीं
जिंदा हूं ,मैं मगर, जिंदगी का अहसास नही
चल दिया ,दूर कहीं ,पर दूर जाने का ,एहसास नहीं
जिंदा हूं ,मैं मगर, जिंदगी का अहसास नही
दर्दे है पर , दर्द का अहसास नहीं है, कुछ भी कहे जाने को
Trying to write lyric
तेरी जिक्र को,मैं फिक्र में रखूं। तेरी दिल को दिल में , खास रखूं ।
खोया तुझे हूं,खुद को नहीं । फिर खोया हुआ हूं ,क्यों खुद में कहीं ।
चल दिया मैं ~क्यों इस कदर,
था रास्तों का ना कोई फिकर,
चल दिया मै, क्यों इधर ।
तेरी बातों को, बातों में याद रखूं ,
तेरी यादों को, यादों में खास रखू़ं।
थी फैसले ,अपनी मगर, थी सही ,तेरे लिए ।
तेरी ख्वाब को ,ख्वाब में याद रखूं
तेरी चाहतो को, चाहतो में खास रखू़ं।
मेरे एहसास
बदलते जिंदगी के राह भी बदल गए, जो सोचा ना था,वो ख्वाब भी बदल गए। मुश्किल तो थी जिंदगी, जीना तेरे बगैर,पर तनहाइयां,तेरे बगैर भी जीना सिखा गई।
Dialogue
जिंदगी से रूठ कर जाऊं तो कहां जाऊं,जब तुम थे,तो जिंदगी थी, अब नहीं हो तो,मैं खुद ही एक जिंदगी हूं।
Saturday, August 4, 2018
मेरे एहसास
खामोशी की नगरी में,देखो मैं अभी भी मुस्कुरा रहा हूं। शायद यह उनकी यादें,जिन्हें अभी भी याद कर के गुनगुना रहा हूं।
मेरे एहसास
क्यों लगता है कि मैं तेरा साथ छोड़ दूं, तुम जिंदगी ही तो है,कोई ख्वाब थोड़ी ही है,जो आंखें खुले और टूट जाए ।
Friday, August 3, 2018
मेरे एहसास
अगर गिर जाओ तुम यहां तो, समझना,चलना सीख लिए। वरना गिरे हुए को,तो समंदर भी ठोकरे नहीं मारती।
Thursday, August 2, 2018
मेरे एहसास
पहेलीया बुझाता रहा दिल को, सांसों में उलझाता रहा दिल को, धड़कना तेरी आदत है,याद दिलाता रहा दिल को,नजरें ना जाने झुकी क्यों थी, शायद खुद को,खुद से छिपा रही थी।
Monday, July 30, 2018
मेरे एहसास
नहीं रोती हैं ये आंखें, इन्हें भी गम छुपाना आ गया। करते भी तो क्या करते, हमने इन्हें हंसना जो सिखा दिया।
मेरे एहसास
मेरी बात पर,तेरा बार-बार हंसना,
मुस्कुराकर तेरा नजरें झुकाना, बिना कहे सब कुछ कह जाना, तेरी यादें एहसास दिलाती है,तुम दूर नहीं अभी भी पास हो।
मजबूरी नहीं,आदत है तेरी यादों में जीना .... बेशर्त.. बेशर्त..बेशर्त।
Wednesday, July 25, 2018
मेरे एहसास
दूर तक चला था मैं,सपनों की तेरी रास्तों पर,बेशर्त।
रुक भी जाओ अब,आरज़ू अब कुछ भी नहीं,ना उसे पाने की,ना अब उसे खोने की,बेशर्त।
Tuesday, July 24, 2018
मेरे एहसास
चल दिया फिर से मैं,बहती इन हवाओं में,ना जाने क्या रूख़ होगा इसका। मंजिल तो थी नहीं,पर रास्ता साफ था, रुकता तो संभल जाता,पर पैरों को कहां मंजूर था।
Saturday, July 21, 2018
मेरे एहसास
ढूंढ लूं मैं उन्हें,अगर वो भूल गई होती ।
कुछ कहता आगे बढ़कर,आईना ने बोल दिया मुझसे,देख तुम खुद को भूल गए हो,जाओ ढूंढो खुद को।
Thursday, July 19, 2018
मेरे एहसास
लिखने की तमन्ना थी हर मुस्कान को, पर वो मुस्कुरा ही ना पाए। वजह भी अजीब थी, दूर रहो,पर मुस्कुराते रहना।
Tuesday, July 17, 2018
One Nation One Election thought is harmful For BJP
मैं यह सोच-सोच कर हैरान हूंकि लोग सत्ता पाने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार हैं,लेकिन एक हमारे प्रधानमंत्री जी हैं जो राष्ट्र के लिए सत्ता का कोई महत्व ही नहीं देते। चाहे वोGSTहो,demonetisationहो, या अब One nation One Election की बात कह रहे है।
अगर2019मे दोनों चुनाव एक साथ होती है,तो सबसे ज्यादा नुकसानBJPका ही होंगा, क्योंकि अधिकतर राज्यों मेंBJPके ही शासन है और कम से कम 15 राज्यों में तो 2019 के बाद भी बीजेपी का शासन रहेगा,अतः अगर बीजेपी 2019 में एक साथ चुनाव करवाती है तो BJP का सबसे ज्यादा घाटा है।
और उससे भी ज्यादा मैं यह सोच सोच कर हैरान हूंकि One Nation One Election का समर्थन विपक्षी दल क्यों नहीं कर रहे हैं। अगर वो दोनों चुनाव एक साथ करवा दें तो राज्य और केंद्र दोनों जगह एक बार में सत्ता पर आ सकते हैं,तो फिर ऐसी कौन सी डर सता रही है,जिसके कारण वो One Nation One Election का समर्थन नहीं कर रहे हैं।
Friday, July 13, 2018
मेरे एहसास
अब ये सफेद कागजें भी थक गई है, तेरी यादों को समेटते-समेटते, पर शायद ये दिल नही।
यकीनन ये याद दिलाती है,तुझे खोने का।
Thursday, July 12, 2018
मेरे एहसास
ना जाने हमने कितने ख्वाब सजाए थे,वो पल भर में टूट गए।
यकीनन वो ख्वाब ही थे,हकीकत नहीं, शायद इसीलिए टूट गए।
Tuesday, July 10, 2018
मेरे एहसास
मिलते तो चांद सितारे भी नहीं है,
पर गुमान उन्हें भी होता है।आने दो वक्त,चमक हम भी जाएंगे।
Monday, July 9, 2018
मेरे एहसास
जश्न में डूबे थे वो,मैं भी डूबा था जश्न में। वो भी मुस्कुरा रहे थे,हम भी मुस्कुरा रहे थे,फिर भी ना जाने कौन अकेला था।
भरी महफिल था,फिर भी सन्नाटा था।ना जाने क्या टूटा था,फिर भी हंसकर छुपाया जा रहा था।
Sunday, July 8, 2018
Saturday, July 7, 2018
Thursday, July 5, 2018
मेरे एहसास
मुस्कुराकर महफिलों में हम भी गा लिया करते हैं, झूठी ही सही, पर हंसी के पर्दे गिरा दिया करते हैं।
चलो एक झूठी दुनिया बसाते हैं, पर यकीनन इस दुनिया में तुम ना होगी।
Sunday, July 1, 2018
मेरे एहसास
गिनू तो क्या गिनू,फर्श पर बस पत्थर पड़ा है। चलो समेट लेता हूं, शायद कहीं इसमें मेरा दिल पड़ा हो।
मेरे एहसास
कहूं तो क्या कहूं,बस राज ही सही।
है तेरे लिए बनी,महफिल कि ये जमी,मैं तो बस तनहा ही सही,छोड़ दी हमने महफिलों की गली।
Saturday, June 30, 2018
मेरे एहसास
जिंदगी कोई अश्क नहीं,जिसे आंखों से बहा दूँ।
जिंदगी कोई ख्वाब नही, जिसे रातों में बिता दूं ।
जिंदगी कोई राग नहीं,जिसे गा कर सुना दूं ।
जिंदगी एहसास है,जिसे मैं हंस कर बिता दूं ।
Sunday, June 24, 2018
मेरे एहसास
शब्द तारीफ करें,तो मेरा क्या कसूर।
रोकना है तो रोको इन हवाओं को,दिल धड़कती है,तो दिल का क्या कसूर।
रोकना है तो रोक दो इन धड़कनों को,
बंदीसे लफ्जों को खामोश कर सकती है,धड़कनों को नहीं, इसमें मेरा क्या कसूर।
Friday, June 22, 2018
मेरे एहसास
अगर आँखों को,नींद की फिक्र होती, तो हर रात तेरी तस्वीर देखकर ना गुजारा होता ।
वो कहते है जि~लो अपनी जिंदगी, मौत में क्या रखा है।
अगर जिंदगी को मौत की फिक्र होती, तो हर शाम मयखाने में ना गुजारा होता।
Tuesday, June 19, 2018
मेरे एहसास
ना जख़्म है ना दर्द,फिर भी बना है ये हमदर्द ।
शब्दों के समुंदर में,खामोश क्यों हैं ये लफ्ज़।यकीन मानिए,खामोशी भी होता है एक शब्द ।
Monday, June 18, 2018
मेरे एहसास
हम यह जानते हैं,जो मेरे हाथों में है,वो कांच नहीं पत्थर है, फिर भी ना जाने दिल,फेंकने से डरता है,कहीं टूट ना जाए।
Saturday, June 16, 2018
मेरे एहसास
मेरी आंसुओं की कीमत वो भले ही ना जानती हो,पर मैंने उसके एक मुस्कान के लिए आंसुओं को गिनना ही छोड़ दिया ।
Thursday, June 14, 2018
Wednesday, June 13, 2018
मेरे एहसास
घमंड नहीं है मुझमें, झुकता हूं हर रोज तेरे दर पे खुदा। बस तुझसे माँगने की जिद छोड़ दी है।
Tuesday, June 12, 2018
Sunday, June 10, 2018
Dialogue
हवाओं ने छेड़ा है मेरी कानों को,मानो अपने साथ उसे भी लेकर आई हो।पर शिकायत किससे करें,ना हवाएं अपनी थी,ना वो ।
Saturday, June 9, 2018
Dialogue
कौन कहता हैंकि जिंदा यहां हूं,ख्वाहिश तो यही थी मेरी । पर उसे यह मंजूर कहां,कि वो अपने ख्वाहिशों की जिंदगी जी ले।
Wednesday, June 6, 2018
Saturday, June 2, 2018
I'm Admire of your Dreams
तुम मुझे भूल सकती हो,मिटा नहीं सकती।
तुम मुझे शब्दों से लिख नहीं सकती, पर भूल भी नहीं सकती।
तुम मुझे कभी छू नहीं सकती, पर महसूस हमेशा करोगी।
तुम मेरे साथ कभी रह नहीं सकती, पर तुम मुझसे कभी दूर भी नहीं जा सकती।
"I'm Admire of your Dreams"
You Can Forget me, Can't erase me.
You can't write me with Words,but can't forget also.
You can never touch me, but you will always feel me.
You can never live with me,but you can never go away from me.
Tuesday, May 22, 2018
Monday, May 7, 2018
स्वार्थ
दुनिया का सबसे बड़ा स्वार्थ खुद को खुश रखना है और दुनिया की कोई मित्रता बिना स्वार्थ के नहीं हो सकते हो सकता है । हो सकता है आप से उसकी मित्रता उसे खुशी देती हो।
😊सुप्रभात😊
Friday, May 4, 2018
Hindu religion is not Generous.
People told that Hindu religion is Generous And Islam religion is Hardcore,
but my opinion, this theory is opposite.
Generous is synonym of
forgive.
But in Hindu religion never forgive those people who Tortured humanity.it doesn't matter, Tyrannous persons are Hindu or any religion. Hindu religion not forgive Tyrannous person. Many Examples are available RAVANA, KANSAS ........
But Now days ,in Islam they forgive Tyrannous person and they believe Tyrannous person are Hero(Babur,Muhammad Gauri,Tipu Sultan, Mohammad jinnah) Of Islam.
Thursday, May 3, 2018
Sunday, April 29, 2018
Saturday, April 28, 2018
Friday, April 27, 2018
Saturday, April 14, 2018
Dialogue
सांसो का क्या है,बह जाने दो दिल में उन सांसों को ।
रोकना है तो रोक को उन हवाओं को,जो गुजर जाती है उनके जाने से।
Tuesday, April 3, 2018
Words
थक्की नही है मेरी आंखे, उनके इंतजार में।
बस झुक गई है बातों की मार से।
कहें भी तो क्या कहें हम, लफ्जों के इन अल्फाज़ से।
दंगा
देश का एक और कड़वा सच
चाहे दंगा हो या बंदी, मरता तो बस गरीब है ,भूखे सोता तो बस गरीब है ,इससे अमीरों और नेताओं को कोई फर्क नहीं पड़ता ।
दुकानें जलती है तो जलने दो उन अमीरों को क्या फर्क पड़ता है जो अपने दुकानों को इंश्योरेंस करा कर रखे हैं फर्क तो उन गरीबों को पड़ता है जिनकी दुकानें इंश्योरेंस नहीं हुई होती है । आमिर की दुकानें ₹10 lakh की जलती है तो 20 दावा करते हैं और और इंश्योरेंस कंपनियां उन्हें देती है पर वह गरीब कहां दावा करेंगे वह तो बस रोएंगे ही। कौन देगा उसे,ना सरकार ना कोई कंपनी। दुकानें बंद होती है तो होने दो, धनी लोग, नेताओं को क्या फर्क पड़ता है जिनके घर में महीनों के राशन रखे होते हैं । फर्क तो उन गरीबों को पड़ता है जो हर रोज कमाते हैं और अपने परिवार का पेट भरते हैं। कभी जाकर देखो उन गरीब के घरों में जो बंद के कारण उस दिन कमा नहीं पाते हैं और उनके घरों के चूल्हा जल नहीं पाते हैं ,देखो उन बिलखती बच्चों को जो भूख से तड़पते रहते हैं। बड़े-बड़े गाड़ियों में घूमने वाले क्या जाने की गाड़ी जल जाने का क्या दर्द होता है ,पूछो उन ठेले वालों से जिस पर अपना सामान बेचकर जिंदगी बिताते हैं और उनके ठेले को जला दिया जाते हैं। आपके बड़े बड़े गाड़ियों की तरह इनके ठेले का कोई इंशोरेंस नहीं होता साहब ।
देश का एक और कड़वा सच यह भी हैकि गरीब गरीब को लूट रहा है, गरीब गरीब को मार रहा है।
Monday, April 2, 2018
ख़ामोशी
मुस्कान ढूंढूं कहां से,मुस्कुरा देता हूं तेरी मुस्कान पर ।
कैसे कहूं दर्द है मुझे ,मुझे तो तेरी यादों में भी सुकून आता है।
Tuesday, March 27, 2018
ख़ामोश
रुक तो गया हूं मैं पर दिल रुकती कहां है ।
रोती निगाहें नहीं पर सोती कहां है।
अधूरी है ख्वाहिश पर झूठी नहीं है।
Monday, March 26, 2018
Sunday, March 4, 2018
Thursday, March 1, 2018
Sunday, February 25, 2018
Thank You My Dear Life
ना जाने क्या जल्दी था ,बस मैं दौड़े जा रहा था । रास्ते भी नहीं, पर रास्ते बनाए जा रहा था । पैर तो थक ही गई थी, पर हौसलों ने चिराग जलाए रखा था। रुक भी जाता, तो हार ही जाता ,तो क्यों हार का साथ निभाता । कहा,चल ऐ जिंदगी दो कदम आगे ,शायद हार बस ख्वाब रह जाता । कहां थी रुकने वाली ,चार कदम चली और बोली,लो जल्दी दो कदम आगे,अब क्या हम जीते ।
Sunday, February 11, 2018
Dialogue
रूठी है यादें मुझसे कुछ इस कदर, कहती है तू बेवफा है। शिकायत बस इतनी ही थी कि, अब बस तुम याद ना आओ।
Sunday, January 21, 2018
Dialogue
अंधेरा कम ही मीटे ,पर विश्वास जगाए रखा हूं ,
हाथों में मशाल तो नहीं, पर दीप जलाए रखा हूं ।
ऐ हंसी ,खामोशी की हैसियत ना पूछ, हर खामोशी एक बदलाव छुपा रखता है ।
Thursday, January 18, 2018
Dialogue
न जाने किस गोली पर हमारा नाम होगा, पर इतना यकीन है मुझे ,कि मेरी मौत मेरीे जिन्दगी से ज्यादा हसीन होगी।
Tuesday, January 16, 2018
Fact
when you hurted or crushed or you are sad , that times you remembered those types of people who love you too much,who care you too much without any expectations from you. Definitely a pleasure feeling will come .
Tuesday, January 9, 2018
A Real Fact Of Kashmir
A real fact of Kashmir
kashmiris politician and separatist Send his/her Son & Daughter to foreign for education.
And Here local innocent people also send her/his Daughter &Son to Foreign For Education.
But After Education politician and separatist son/daughter make Doctors, Engineers,Lawyers .
But Local innocen people daughter&Son make Terrorist, Hizbul commander,Lashkar commander.
Why ?
This question for Kasmir's politician and separatist.
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