Monday, September 30, 2019

मेरे एहसास


दुनिया भले ही झूठी है, पर यकीन मानो अगर सच मानकर इसमें जिओगे तो मजा आएगा।

Monday, September 23, 2019

मेरे एहसास


मुझे मालूम ना था ,यह दरिया मेरा ही था, हम तो बस आंसू मान इसे बहाए जा रहे थे।

Friday, September 20, 2019

मेरे एहसास


मैं क्यों रूठ हूं, वजह भी तो नहीं है, कोई आकर मना ले मुझे। दिल ही तो टूटा है, टूट जाने दो , अरमां अभी भी बाकी हैं ‌। दिन ही है, बीत जाने दो, रात अभी भी बाकी है।

मेरे एहसास


जिंदगी जब तक चलती है तो चलाओ- दौड़ाओं और जिस दिन रुक गई ,कह देना, अलविदा मेरी जान।

Monday, September 16, 2019

मेरे एहसास


जिंदगी पीछे मुड़कर देखने के लिए थोड़ी ही होती है ,जिंदगी जीने के लिए होती है।

Sunday, September 15, 2019

देश के अर्थव्यवस्था में मंदी आई है या मंदी का डर दिखाया जा रहा है


देश के अर्थव्यवस्था में मंदी आई है या लाई जा रही है। अगर आप ग्रामीण क्षेत्र में जाते हैं तो यह साफ नजर आएगा आपको कि,खाने-पीने के चीजों से लेकर पहनने वाले चीजों तक लोकल manufacturing Product अपना पकड़ मजबूती से बना रहा है। लोकल manufacturing Product दुकानदारों को अधिक profit दे रही है जिस कारण दुकानदार उनके product को अधिक preference देकर बेच रही है जिससे नामी-गिरामी कंपनियों के उत्पादों के उपयोग में कमी आ रही है।

Friday, September 13, 2019

मेरे एहसास


तेरी दुनिया में जीने का हक तो नहीं मुझे, पर अपनी उस दुनिया में जीने का हक है मुझे,जिस दुनिया में तुम रहती हो।

Feeling


Distance doesn't measure your feeling, it only measure how much Your feeling is strong for them

Thursday, September 12, 2019

मेरे एहसास


कुछ लोग दिल में आते हैं और कब सांसे बन जाते हैं ,पता ही नहीं चलता।

Sunday, September 8, 2019

Dialogue

कुछ लोगों के ख्वाब अधूरे इसलिए नहीं रह जाते कि उनके ख्वाब सच्चे नहीं होते,शायद उनके ख्वाब अधूरे इसलिए रह जाते हैं कि उनके ख्वाब उनके औकात से ज्यादा हो जाते हैं।

Thursday, September 5, 2019

मेरे एहसास

कितनी खूबसूरत है ये दुनिया, हर लबों में प्यार है,पर देखता कौन है। कोई पड़ा है शब्द के पीछे, कोई पड़ा है सूरत में, खुद को ही ना जाने क्यों ढूंढ रहा है किसी और के मूरत है

मेरे एहसास

एक ख्वाब सजाया था दिल,उस ख्वाब की मूरत हो तुम। कहूं तो अब क्या कहूं, किन्हें ढूंढ रहे है हम। मिली तो मुकद्दर,ना मिली तो मूरत समझ,अपने दिल के किसी कोने में छोड़ आएंगे हम।

Sunday, September 1, 2019

मेरे एहसास

लिख दूं दर्द को दर्द पे,ऐसी भी कोई कलम बना दो‌। लिखूं याद शब्दों में,उनको भी हकीकत बना दे, तस्वीर देखूं उनकी ख्वाबों में, उनकी तस्वीर शब्दों में उतार दें, ऐसी भी कोई कलम बना दो।

मेरे एहसास

सोचा फिर से मोहब्बत कर लूं ,फिर दिल में ख्याल आया किनसे , वो तो अभी भी रूठी बैठी है।