Sunday, February 28, 2021

वो बेवफा नहीं

कितनो से कहूं ,वो बेवफा नहीं है। अगर ऐसे होता तो,गुलाब कब के कांटे हो जाते।

Monday, February 22, 2021

हीरा नही,वो कांच था

जिसे मैं हीरा समझ बैठा था, वो था कांच का टुकड़ा, इसका एहसास तब हुआ, जब वो अंधेरे में कहीं खो गया।

Saturday, February 20, 2021

Go ahead

तुम काफिले का इंतजार करते रह गए और जो निकले थे मंजिल पर ,उनका काफिला बनता गया।

Thursday, February 18, 2021

तेरी मासूमियत

तेरी मासूमियत का कोई जवाब नहीं,सुना है अब तुम्हें पत्थरों से भी हमदर्दी हो गई है।

Wednesday, February 10, 2021

काफिला लूटा क्या?

काफिला लूटेगा हमारा, यह मालूम था हमें पर,काफिला लूटा क्या? यह आवाज सुननी थी, बदनसीबी तो देखो मेरी, आवाज भी ना आईं।