Monday, April 2, 2018

ख़ामोशी

मुस्कान ढूंढूं कहां से,मुस्कुरा देता हूं तेरी मुस्कान पर । कैसे कहूं दर्द है मुझे ,मुझे तो तेरी यादों में भी सुकून आता है।

No comments:

Post a Comment