Tuesday, December 22, 2020

लब्ज कुछ और कह जाते हैं

मीठी रोशनी ही आंखों को पसंद है, तीखी रोशनी में आंखें तो बंद हो जाती है। मैंने आंखों को सुनकर देखा है ,वक्त आने पर आंखें तो झुक जाती है ,पर होठों के लब्ज कुछ और कह जाते हैं।

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