Wednesday, February 5, 2020

मेरे एहसास

है रोशनी यहां ,पर धूप नहीं, चांद है, पर रोशनी नहीं, रात है पर नींद नहीं, शब्द है पर आवाज नहीं, बताओ, फिर है क्या ?

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