रोक लूं उन हवाओं को, जो उनकी सांसों से मिलकर आती है।
कभी तो ये हवाएं उनसे शिकायत करेंगे ही की ,तुम्हें छूने की सजा,किन्ही की धड़कनों में गुलाम बना देती है मुझे ।
Saturday, December 28, 2019
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