अब अल्फाज नहीं है ,कुछ भी कह जाने को
दर्दे है पर, दर्द है पर , अहसास नहीं है, कुछ भी कहे जाने को
जिंदगी है पर, जिंदगी का अहसास नहीं
मैं यहां वहां भटक रहा हूं पर, अब राह नहीं
भुला तो नहीं मैं ,पर ,अब याद नहीं ,मैं हूं कहां
है हाँ ख्वाब मगर ,अब ख्वाबों में ,वो बात नहीं
है हां रात मगर ,अब रातो में ,वो नींद नहीं
अब अल्फाज नहीं है ,कुछ भी कह जाने को
खामोश हूं पर,अहसास नहीं ,की खामोश हूं
टूटा हूं मगर ,टूटने का अहसास नहीं
वक्त गुजरा है मगर ,उसे गुजर जाने का अहसास नहीं
वक्त तो है मगर ,वक्त को, कैसे गुजारें ,अहसास नहीं
जिंदा हूं ,मैं मगर, जिंदगी का अहसास नही
चल दिया ,दूर कहीं ,पर दूर जाने का ,एहसास नहीं
जिंदा हूं ,मैं मगर, जिंदगी का अहसास नही
दर्दे है पर , दर्द का अहसास नहीं है, कुछ भी कहे जाने को
दर्दे है पर, दर्द है पर , अहसास नहीं है, कुछ भी कहे जाने को
जिंदगी है पर, जिंदगी का अहसास नहीं
मैं यहां वहां भटक रहा हूं पर, अब राह नहीं
भुला तो नहीं मैं ,पर ,अब याद नहीं ,मैं हूं कहां
है हाँ ख्वाब मगर ,अब ख्वाबों में ,वो बात नहीं
है हां रात मगर ,अब रातो में ,वो नींद नहीं
अब अल्फाज नहीं है ,कुछ भी कह जाने को
खामोश हूं पर,अहसास नहीं ,की खामोश हूं
टूटा हूं मगर ,टूटने का अहसास नहीं
वक्त गुजरा है मगर ,उसे गुजर जाने का अहसास नहीं
वक्त तो है मगर ,वक्त को, कैसे गुजारें ,अहसास नहीं
जिंदा हूं ,मैं मगर, जिंदगी का अहसास नही
चल दिया ,दूर कहीं ,पर दूर जाने का ,एहसास नहीं
जिंदा हूं ,मैं मगर, जिंदगी का अहसास नही
दर्दे है पर , दर्द का अहसास नहीं है, कुछ भी कहे जाने को
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