खुद को छुपा लि वो ,मेरे आंखों से ,पर उस पगली को क्या पता था, हम आंखों से नहीं ,दिल से देखा करते थे ।
Wednesday, December 21, 2016
Tuesday, December 20, 2016
कुछ और कह देते
लब्ज कम पड़ जाएंगे ऐ दोस्त, एहसासों को बयां करने में , कुछ और कह देते , तो शायद लब्ज कम भी पड़ जाते हैं
Sunday, December 18, 2016
Dialogue
प्यार होना ,ना होना, ये बात की बात है, पर प्यार उसी से करो ,जो प्यार करे या ना करे ,लेकिन आपकी इज्जत जरूर करे
Thursday, December 15, 2016
जिंदगी लिफाफे सी है
जिंदगी लिफाफे सी है, ख्वाब तो कुछ भी नहीं ,बस कोरे कागज सी है।
जिंदगी लिफाफे सी है, ख्वाब तो कुछ भी नहीं ,बस कोरे कागज सी है।
चलता चलो तुम,उन रास्तो में , चलता चलो तुम,उन रास्तो में ,
होगी नई पर ,मंजिल सही , होगी नई पर ,मंजिल सही ।
ख्वाबो को तुम , भरते चलोगे,
खुशियों का सावन ,कभी गम का बादल, यादो से तुम भरते चलोगे।
इस लिफाफे कीइइइ, ना कोई पता है। ढूंढता ये मंजिल खुद से ,चलता रहा है ये, चलता रहेगा ।
ये जिंदगी है जो, थकता नहीं है, ये इसकी वफा है।
जिंदगी लिफाफे सी है~~~जिंदगी लिफाफे सी है, ख्वाब तो कुछ भी नहीं ,बस कोरे कागज सी है।
है ना इसका ,कोई पता है। ढूंढता ये मंजिल खुद से ,चलता रहा है ये, चलता रहेगा ।
कुछ खोता -पाता ~~~~
कुछ खोता -पाता, इन रास्तो पे, चलता रहा है,चलता रहेगा ।
कुछ खोता -पाता, इन रास्तो पे, चलता रहा है,चलता रहेगा~~~ , रुकना नहीं है इसकी अदा ।
है जिंदगी ये, है जिंदगी ये ,
रुकना नहीं है ,इसकी अदा,
है जिंदगी ये, है जिंदगी ये ।
https://youtu.be/gJlR-r2Y5Xo
Sunday, December 11, 2016
Dialogue
तुम जानते हो ,तकलीफ होती है मुझे, तुम्हें किसी और के बाहों में देख कर।
पर चलो ,अच्छा ही किये ,अब तुम्हें भी ,हमसे कोई शिकायत ना होगी ।
पर चलो ,अच्छा ही किये ,अब तुम्हें भी ,हमसे कोई शिकायत ना होगी ।
Trying to write lyric
अब अल्फाज नहीं है ,कुछ भी कह जाने को
दर्दे है पर, दर्द है पर , अहसास नहीं है, कुछ भी कहे जाने को
जिंदगी है पर, जिंदगी का अहसास नहीं
मैं यहां वहां भटक रहा हूं पर, अब राह नहीं
भुला तो नहीं मैं ,पर ,अब याद नहीं ,मैं हूं कहां
है हाँ ख्वाब मगर ,अब ख्वाबों में ,वो बात नहीं
है हां रात मगर ,अब रातो में ,वो नींद नहीं
अब अल्फाज नहीं है ,कुछ भी कह जाने को
खामोश हूं पर,अहसास नहीं ,की खामोश हूं
टूटा हूं मगर ,टूटने का अहसास नहीं
वक्त गुजरा है मगर ,उसे गुजर जाने का अहसास नहीं
वक्त तो है मगर ,वक्त को, कैसे गुजारें ,अहसास नहीं
जिंदा हूं ,मैं मगर, जिंदगी का अहसास नही
चल दिया ,दूर कहीं ,पर दूर जाने का ,एहसास नहीं
जिंदा हूं ,मैं मगर, जिंदगी का अहसास नही
दर्दे है पर , दर्द का अहसास नहीं है, कुछ भी कहे जाने को
दर्दे है पर, दर्द है पर , अहसास नहीं है, कुछ भी कहे जाने को
जिंदगी है पर, जिंदगी का अहसास नहीं
मैं यहां वहां भटक रहा हूं पर, अब राह नहीं
भुला तो नहीं मैं ,पर ,अब याद नहीं ,मैं हूं कहां
है हाँ ख्वाब मगर ,अब ख्वाबों में ,वो बात नहीं
है हां रात मगर ,अब रातो में ,वो नींद नहीं
अब अल्फाज नहीं है ,कुछ भी कह जाने को
खामोश हूं पर,अहसास नहीं ,की खामोश हूं
टूटा हूं मगर ,टूटने का अहसास नहीं
वक्त गुजरा है मगर ,उसे गुजर जाने का अहसास नहीं
वक्त तो है मगर ,वक्त को, कैसे गुजारें ,अहसास नहीं
जिंदा हूं ,मैं मगर, जिंदगी का अहसास नही
चल दिया ,दूर कहीं ,पर दूर जाने का ,एहसास नहीं
जिंदा हूं ,मैं मगर, जिंदगी का अहसास नही
दर्दे है पर , दर्द का अहसास नहीं है, कुछ भी कहे जाने को
Try to Writing lyric
चल दिया दूर मैं कहीं ,तेरी यादों को लेकर
कुछ याद है भी , या नहीं, तेरी यादों को लेकर
खुद में ही क्यों खो गए, तेरी यादों को लेकर
अब मैं ,मैं ना रहा ,तेरी यादों को लेकर
अब कुछ भी ,ना रहा है ,तेरी यादों को लेकर
जिंदा हूं मैं कहीं ,तेरी यादों को लेकर
चल दिया दूर मैं कहीं ,तेरी यादों को लेकर ,तेरी यादों को लेकर
,तेरी यादों को लेकर
चल दिया दूर मैं कहीं ,तेरी यादों को लेकर
कुछ ख्वाब भी ,अब ना रही, तेरी यादों को लेकर
अब कुछ भी, फिकर ना रहा, तेरी यादों को लेकर
चल दिया दूर मैं कहीं,जिने की चाह लेकर,
अब कुछ भी, फिकर ना रहा, तेरी यादों को लेकर, तेरी यादों को लेकर, तेरी यादों को लेकर।
अब मैं ,मैं ना रहा ,तेरी यादों को लेकर
कुछ याद है भी , या नहीं, तेरी यादों को लेकर
खुद में ही क्यों खो गए, तेरी यादों को लेकर
अब मैं ,मैं ना रहा ,तेरी यादों को लेकर
अब कुछ भी ,ना रहा है ,तेरी यादों को लेकर
जिंदा हूं मैं कहीं ,तेरी यादों को लेकर
चल दिया दूर मैं कहीं ,तेरी यादों को लेकर ,तेरी यादों को लेकर
,तेरी यादों को लेकर
चल दिया दूर मैं कहीं ,तेरी यादों को लेकर
कुछ ख्वाब भी ,अब ना रही, तेरी यादों को लेकर
अब कुछ भी, फिकर ना रहा, तेरी यादों को लेकर
चल दिया दूर मैं कहीं,जिने की चाह लेकर,
अब कुछ भी, फिकर ना रहा, तेरी यादों को लेकर, तेरी यादों को लेकर, तेरी यादों को लेकर।
अब मैं ,मैं ना रहा ,तेरी यादों को लेकर
Try to write Lyric
1तुझे देखाकर दिल को तसल्ली मिल है ,
मानो कोई अधूरी ख्वाब पूरी हो गई हो।
2 दिल को तुम चुरा कर रखी हो ,
तुम्हे याद अब हम ना करेंगे ,
कभी धड़कनों को चुरा कर तो देखो।
3 रातों में हम भी ना जगेंगे ,
कभी नींदें लौटा कर तो देखो
4 ऐ दर्द ,क्यो तू इतनी मोहब्बत किए हो,
मोहब्बत है, तो दूर जा कर देखो
5 तुझे देखाकर दिल को तसल्ली मिल है ,
मानो कोई अधूरी ख्वाब पूरी हो गई हो l
6 इश्क है क्या ,दर्द है क्या, दर्द है तो फिर इश्क है क्या ।
कभी दर्द इश्क को मिलाकर तो देखो,
तुम्हें जिंदगी जीनी ही पडे़गी
7 तुम्हें जिंदगी जीनी ही पडे़गी,
कभी तुम उसे भुला कर तो देखो,
तुझे जिंदगी भूल जानी पड़ेगी।
8 यादों में फिर तुम ना जियोगे ,
कभी दिल की बाते बुझा कर देखो ।
9 रातों में हम भी ना जगेंगे ,
कभी नींदें लौटा कर तो देखो ।
10 ऐ दर्द ,क्यो तू इतनी मोहब्बत किए हो,
मोहब्बत है, तो दूर जा कर देखो
11 कभी धड़कनों को चुरा कर तो देखो,
तुम्हे याद फिर हम ना करेंगे ।
12 तुझे देखाकर दिल को तसल्ली मिल है ,
मानो कोई अधूरी ख्वाब पूरी हो गई हो
13 इश्क है क्या ,दर्द है क्या,
दर्द है तो फिर इश्क है क्या ।
कभी दर्द इश्क को मिलाकर तो देखो,
तुम्हें जिंदगी जीनी ही पडे़गी ।
मानो कोई अधूरी ख्वाब पूरी हो गई हो।
2 दिल को तुम चुरा कर रखी हो ,
तुम्हे याद अब हम ना करेंगे ,
कभी धड़कनों को चुरा कर तो देखो।
3 रातों में हम भी ना जगेंगे ,
कभी नींदें लौटा कर तो देखो
4 ऐ दर्द ,क्यो तू इतनी मोहब्बत किए हो,
मोहब्बत है, तो दूर जा कर देखो
5 तुझे देखाकर दिल को तसल्ली मिल है ,
मानो कोई अधूरी ख्वाब पूरी हो गई हो l
6 इश्क है क्या ,दर्द है क्या, दर्द है तो फिर इश्क है क्या ।
कभी दर्द इश्क को मिलाकर तो देखो,
तुम्हें जिंदगी जीनी ही पडे़गी
7 तुम्हें जिंदगी जीनी ही पडे़गी,
कभी तुम उसे भुला कर तो देखो,
तुझे जिंदगी भूल जानी पड़ेगी।
8 यादों में फिर तुम ना जियोगे ,
कभी दिल की बाते बुझा कर देखो ।
9 रातों में हम भी ना जगेंगे ,
कभी नींदें लौटा कर तो देखो ।
10 ऐ दर्द ,क्यो तू इतनी मोहब्बत किए हो,
मोहब्बत है, तो दूर जा कर देखो
11 कभी धड़कनों को चुरा कर तो देखो,
तुम्हे याद फिर हम ना करेंगे ।
12 तुझे देखाकर दिल को तसल्ली मिल है ,
मानो कोई अधूरी ख्वाब पूरी हो गई हो
13 इश्क है क्या ,दर्द है क्या,
दर्द है तो फिर इश्क है क्या ।
कभी दर्द इश्क को मिलाकर तो देखो,
तुम्हें जिंदगी जीनी ही पडे़गी ।
Thursday, December 8, 2016
Friday, December 2, 2016
Thursday, December 1, 2016
Dialogue
दुनिया को झूठा कहता था ,आज मेरे चेहरे की मुस्कान भी झूठी है ,अब दुनिया से कोई शिकायत नहीं ।
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