Sunday, January 16, 2022

शर्त आज भी है

तोड़ दी मैंने भी वो सारी शर्तें, जो मुझे तेरे होने से रोकती थी। पर मुझे मालूम ना था, वक्त शर्तों को कहां मानती हैं,वो अपने मौज में कब का चला गया। शर्त आज भी है कि, तेरा इंतज़ार आज भी है।

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