Saturday, May 22, 2021

शायद मैं सुनूं

वक्त आई नहीं, आ जाने दो, हम भी तुमसे रूठ जाएंगे। फिर कहना मत की मुझे तेरी याद आती है, क्योंकि शायद मैं ना सुनूं।

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