जब दिल कहता है ,चल मस्ती कर ले, मैं बच्चा बन जाता हूं।
पर दुनिया के उसूलों से ,मैं झट से घबरा जाता हूं ।
यह सोच कर रुक जाता हूं, बच्चा नहीं हूं फिर क्यों बच्चा बन जाता हूं।
पर दुनिया के उसूलों से क्यों घबराउ मै ,यह सोचकर फिर से बच्चा बन जाता हूं ।
पर दुनिया के उसूलों से ,मैं झट से घबरा जाता हूं ।
यह सोच कर रुक जाता हूं, बच्चा नहीं हूं फिर क्यों बच्चा बन जाता हूं।
पर दुनिया के उसूलों से क्यों घबराउ मै ,यह सोचकर फिर से बच्चा बन जाता हूं ।
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