*********सबूत मांगने वालों ,यह लो सबूत*********
सबसे पहली बात - सर्जिकल स्ट्राइक हमें ऐसे कचड़ो को साफ करने की इजाजत देती है ,जो विश्व समाज के लिए खतरनाक है। और हमारे देश के द्वारा पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक का केवल एक ही उद्देश्य आतंकवादी जैसे कचड़ो को साफ करना, और हमारे देश के जवानों ने वह किया भी ।
लेकिन कुछ लोगों को सबूत चाहिए ।
यह तो पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान में आर्मी कौन है और आंतकवादी कौन है ,अगर आर्मी के ड्रेस में है तो आर्मी है और आर्मी के ड्रेस नहीं है तो आंतकवादी है
यानी हमारा कहने का अर्थ यह है कि वहां की आर्मी भी आंतकवादी है और आंतकवादी भी आर्मी है ,अर्थार्थ जब वहां के जवान आर्मी के कपड़ा और बंदूक ले लेते हैं तो आर्मी हो जाते हैं और आर्मी का कपड़ा ना पहनकर बंदूक उठा लेते हैं तो आंतकवादी हो जाते हैं।
अब पाकिस्तान में कौन मारा गया यह तो पाकिस्तान को ही पता होगा।
हमारे देश के वीर जवानों ने तो आंतकवादियों का सफाया किया है, हो सकता है पाकिस्तान के लिए ये आर्मी हो ।
और पाकिस्तान कह भी कैसे सकता है कि भारत ने हमारे देश में सर्जिकल स्ट्राइक किया है ,क्योंकि वह हमेशा यह पूरी दुनिया के सामने कहता है कि हम आंतकवादियों को पनाह नहीं देते हैं ,हमारे देश में कोई आंतकवादी कैंप नहीं है ,और अगर वह कबूल करता है कि हमारे देश में आंतकवादी कैंपो पर भारत द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक किया गया है ,तो, उसे दुनिया को जवाब देना होगा "जब आप आंतकवादियों को शरण देते ही नहीं है तोो भारत में आप पर सर्जिकल स्ट्राइक क्यों किया ।
हमारे अनुसार से, पाकिस्तान बार-बार सबूत इसलिए लिए मांग रहा हैकी, पूरी दुनिया यह देख सके की ,सर्जिकल स्ट्राइक में कौन मरा है ,अगर सबूत में आर्मी के ड्रेस में आंतकवादी मरते हुए दिखाया गया तो ,पाकिस्तान पूरी दुनिया के सामने चिल्ला-चिल्लाकर यह कहेगा कि, देखो भारत ने हमारे आर्मी को मार दिया ।
हो सकता हैकि पाकिस्तान के चाहने वाले देश हमारे देश पर अंगुलियां उठाए ।
अतः पाकिस्तान बार-बार सबूत की मांग इसलिए कर रहा है
सबसे पहली बात - सर्जिकल स्ट्राइक हमें ऐसे कचड़ो को साफ करने की इजाजत देती है ,जो विश्व समाज के लिए खतरनाक है। और हमारे देश के द्वारा पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक का केवल एक ही उद्देश्य आतंकवादी जैसे कचड़ो को साफ करना, और हमारे देश के जवानों ने वह किया भी ।
लेकिन कुछ लोगों को सबूत चाहिए ।
यह तो पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान में आर्मी कौन है और आंतकवादी कौन है ,अगर आर्मी के ड्रेस में है तो आर्मी है और आर्मी के ड्रेस नहीं है तो आंतकवादी है
यानी हमारा कहने का अर्थ यह है कि वहां की आर्मी भी आंतकवादी है और आंतकवादी भी आर्मी है ,अर्थार्थ जब वहां के जवान आर्मी के कपड़ा और बंदूक ले लेते हैं तो आर्मी हो जाते हैं और आर्मी का कपड़ा ना पहनकर बंदूक उठा लेते हैं तो आंतकवादी हो जाते हैं।
अब पाकिस्तान में कौन मारा गया यह तो पाकिस्तान को ही पता होगा।
हमारे देश के वीर जवानों ने तो आंतकवादियों का सफाया किया है, हो सकता है पाकिस्तान के लिए ये आर्मी हो ।
और पाकिस्तान कह भी कैसे सकता है कि भारत ने हमारे देश में सर्जिकल स्ट्राइक किया है ,क्योंकि वह हमेशा यह पूरी दुनिया के सामने कहता है कि हम आंतकवादियों को पनाह नहीं देते हैं ,हमारे देश में कोई आंतकवादी कैंप नहीं है ,और अगर वह कबूल करता है कि हमारे देश में आंतकवादी कैंपो पर भारत द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक किया गया है ,तो, उसे दुनिया को जवाब देना होगा "जब आप आंतकवादियों को शरण देते ही नहीं है तोो भारत में आप पर सर्जिकल स्ट्राइक क्यों किया ।
हमारे अनुसार से, पाकिस्तान बार-बार सबूत इसलिए लिए मांग रहा हैकी, पूरी दुनिया यह देख सके की ,सर्जिकल स्ट्राइक में कौन मरा है ,अगर सबूत में आर्मी के ड्रेस में आंतकवादी मरते हुए दिखाया गया तो ,पाकिस्तान पूरी दुनिया के सामने चिल्ला-चिल्लाकर यह कहेगा कि, देखो भारत ने हमारे आर्मी को मार दिया ।
हो सकता हैकि पाकिस्तान के चाहने वाले देश हमारे देश पर अंगुलियां उठाए ।
अतः पाकिस्तान बार-बार सबूत की मांग इसलिए कर रहा है
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