ए खुदा, दिल बनाया ,पर ना जाने क्यों उसमे एहसास भर डाला, ना होती किसी से मोहब्बत, ना रूठता यह दिल मेरा ।
ना दर्द होता, ना किसी के बेरुखी का एहसास होता,
ए खुदा, दिल बनाया ,पर ना जाने क्यों उसमे एहसास भर डाला ।
By Arti Gupta
ना दर्द होता, ना किसी के बेरुखी का एहसास होता,
ए खुदा, दिल बनाया ,पर ना जाने क्यों उसमे एहसास भर डाला ।
By Arti Gupta
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