शांति क्या है ?लोग शांति प्राप्त करने के लिए यहां से वहां
भटकते रहते हैं ,कुछ लोग कहते हैं यहां पर जाओ शांति मिलेगा,
कुछ लोग कहते हैं कि ईश्वर में ध्यान लगाओ शांति मिलेगा ,
पर वास्तव में शांति है क्या?
शांति मन की वह स्थिति है जहां मन स्थिर हो जाता है
अर्थार्थ इच्छा रहित मन।
जब हमारे मन में किसी प्रकार का कोई इच्छा ना हो तब
हमें शांति की प्राप्ति होती है। जब तक हमारे मन में इच्छा है ,
तब-तक हमे शांति नहीं मिलेगी।
ईश्वर का इच्छा रखना भी एक प्रकार का इच्छा है ,
अत: ईश्वर का इच्छा रखना भी शांति का मार्ग नहीं है
भटकते रहते हैं ,कुछ लोग कहते हैं यहां पर जाओ शांति मिलेगा,
कुछ लोग कहते हैं कि ईश्वर में ध्यान लगाओ शांति मिलेगा ,
पर वास्तव में शांति है क्या?
शांति मन की वह स्थिति है जहां मन स्थिर हो जाता है
अर्थार्थ इच्छा रहित मन।
जब हमारे मन में किसी प्रकार का कोई इच्छा ना हो तब
हमें शांति की प्राप्ति होती है। जब तक हमारे मन में इच्छा है ,
तब-तक हमे शांति नहीं मिलेगी।
ईश्वर का इच्छा रखना भी एक प्रकार का इच्छा है ,
अत: ईश्वर का इच्छा रखना भी शांति का मार्ग नहीं है
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