Sunday, April 24, 2022

साथ चल लेना

मेरी ख्वाहिशों की उम्र भी उतनी ही थी, जितना तेरा साथ था। अगर फिर भी यकीन ना हो, तो दो कदम मेरे साथ चल लेना।

No comments:

Post a Comment