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Sunday, March 7, 2021
अगर मैं परिंदा होता।
पर मेरे भी होते, अगर मैं परिंदा होता। पर फिर सोचता हूं, चलो अच्छा हुआ परिंदा नहीं हूं मैं, लोग पिंजरे में डाल देते हैं।
पर फिर खयाल आया, तेरे कैदी है हम, फिर परिंदा ना होने का क्या फायदा?
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