Saturday, May 30, 2020

मेरे एहसास

ना जरूरत था तुझे मेरी ,ना तू मेरी जरूरत थी, फिर किसने हवाओं में अकेलेपन का रंग बिखेर दिया, कहीं से तो रंग आया होगा।

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