क्या था उन शब्दों में जिन्हें मै पढ़ा करता था।
शायद यह कोई कहानी थी या कोई ख्वाब था, जिन्हें मैं पढ़ा करता था या शायद कोई यादें जिन्हें पढ़कर मैं गुनगुनाया करता था ।
पता नहीं ,पर जो भी था वह मेरे लिए अनमोल था ।शायद इसीलिए मुझे याद नहीं , पर वो खास था शायद इसीलिए वो अभी भी याद था ।
No comments:
Post a Comment