Saturday, April 15, 2017
One sided Love
Two types of One sided Love
*Fisrt Type ---
आप किसी को देखते हो और उसे अंदर ही अंदर आप उसे प्यार करने लगते हैं और धीरे-धीरे यह प्यार आपके अंदर एक भ्रम पैदा करता है कि वो भी आपसे प्यार करता/करती है, पर हकीकत ऐसा कुछ भी नहींं होता है।इसे साइंटिफिक भाषा में मृगतृष्णा कहा जाता है अर्थार्थ Mirage .
यह उसी प्रकार का भ्रम है जिस प्रकार का भ्रम मरुस्थल में भटके हुए लोगों को होता है ।उसे ऐसा महसूस होता है कि उस जगह पर पानी है और उस पानी की तलाश में उस जगह तक पहुंच जाता है पर वास्तव में वहां पर कोई तालाब नहीं होता है जिसमें पानी हो ।उस स्थिति में वह दो तरीके से बच सकता है, पहला उसे कोई बचा ले या वह खुद को बचा सकता है ।अगर वह अपने आप को बचाने में कामयाब नहीं होता है तो उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है।
Second Type.
किसी 3rd Person के द्वारा आपको इतनी बार यह बताया जाता है कि He/She Love you.
He/She Love you वाली इस sentence को आपके दिमाग में इतना भर दिया जाता हैकि आपको भी वही दिखता है जो वह 3rd Person आपको दिखाना चाहता है और आपको भी यह एहसास होने लगता है Yes He/She Love me. पर वास्तव में यहां पर भी कुछ नहीं होता जैसा कि हम सोचते हैं ,यह भी बस भ्रम होता है जो किसी और के द्वारा हमें बताया जाता है ।
यह उसी प्रकार का भ्रम होता है जैसा भ्रम लोग ghost के बारे में फैलाते हैं।
किसी खास स्थान के बारे में लोग यह भ्रम फैलाते हैं कि उस स्थान पर ghost है ghost है, पर वास्तव में वहां पर कुछ भी नहीं होता ।पर जब हम उस स्थान पर जाते हैं तो हम अपनी परछाई को भी यानि अपने भ्रम को भी हकीकत मान लेते हैं और डर कर भागना शुरू कर देते हैं और अपने आप का नुकसान भी कर लेते हैं ।
उपरोक्त से निष्कर्ष यही निकलता है कि ,दोनों प्रकार के Love में सिर्फ भ्रम की स्थिति होती है और कुछ भी नहीं।
Note --- उपरोक्त दोनों ही भ्रम की स्थिति में जिसके प्रति भ्रम होता है उसका वह इंसान कोई नुकसान नहीं पहुंचाता बल्कि खुद का नुकसान पहुंचाता है।
अगर वह इंसान जिसके प्रति भ्रम पैदा हुआ है उसका नुकसान पहुंचाता है तो उस प्रकार के प्यार को One Sided Love नहीं कहा जा सकता है इसे सिर्फ और सिर्फ पागलपन कहा जा सकता है और कुछ भी नहीं।
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