जिंदगी ऐ जिंदगी ,मुझे अब तेरी शौक नहीं, मर कर भी जीना है और जी कर भी मरना है , तो क्यों ना जी कर मारा जाए
Thursday, June 23, 2016
Friday, June 10, 2016
You live in my feelings
अपना दर्द किसी से बांट भी नहीं सकता, सुना है दर्द बांटने से कम होता है , तो मैं किसी से कैसे बाँट सकता हूं तुम्हें
Waiting for end of pain
आंसुओं को थाम लेता हूं की कोई दर्द को जान ना ले, महफिल में हंस लेता हूं कि कोई दर्द कोई जान ना ले, बस अब इंतजार है यह दर्द का सिलसिला कब खत्म होगा
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