ना मचल ये जिन्दगी ,जीना ही तेरा काम है।कभी हँसी ,कभी ख़ुशी ,कभी ग़म तो कभी आँसू ये भी तो तेरा ही नाम है ।
माना की तू बहुत सहता है,अपने ही हिस्से के दर्द से तड़पता रहता है,लेकिन ये भी तो सोच की उनकी ख़ुशी मे तू भी जी भर के जीता है।
क्यो भटकते हो उन अनजाने राहों को अपनी जिन्दगी बनाने के लिए , वो ख्वाब है,हकीकतो मे जीना सीखों यहीं तुम्हारा औकात है ।
माना की तुझे तेरे ही हिस्से दर्द देते है ,पर ख़ुशियाँ भी तो देते है।यह भी माना की तेरे ही हिस्से के टूटने से तू भी टूट जाता है ,लेकिन तू तो ज़िंदगी है ना ,तू भी अपने आप को ना सम्भालेगा ,तो तेरे हिस्से बिखर जायेगे ।
वो ख्वाब है,हकीकतो मे जीना सीखों यहीं तुम्हारा औकात है ।
माना की तू बहुत सहता है,अपने ही हिस्से के दर्द से तड़पता रहता है,लेकिन ये भी तो सोच की उनकी ख़ुशी मे तू भी जी भर के जीता है।
क्यो भटकते हो उन अनजाने राहों को अपनी जिन्दगी बनाने के लिए , वो ख्वाब है,हकीकतो मे जीना सीखों यहीं तुम्हारा औकात है ।
माना की तुझे तेरे ही हिस्से दर्द देते है ,पर ख़ुशियाँ भी तो देते है।यह भी माना की तेरे ही हिस्से के टूटने से तू भी टूट जाता है ,लेकिन तू तो ज़िंदगी है ना ,तू भी अपने आप को ना सम्भालेगा ,तो तेरे हिस्से बिखर जायेगे ।
वो ख्वाब है,हकीकतो मे जीना सीखों यहीं तुम्हारा औकात है ।
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