वो परिंदे आशियाना उजड़ जाने का दर्द क्या जाने,जो औरो के आशियाना मे वक्त बिताते है।वो लोग दिल टूटने का दर्द क्या जाने,जो औरो को दर्द देते है।
Tuesday, August 11, 2015
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
हिंदी शायरी, Hindi Shayari, Political view, Social Novel and Lyrics
No comments:
Post a Comment