मैसमें रोज बदलती है, मगर समंदर सुखती नही !
दिवाने रोज मरते है, मगर दिल को यह अपसोस रह जाते हैंकि
दिवानगी नही मरती !
दिवाने रोज मरते है, मगर दिल को यह अपसोस रह जाते हैंकि
दिवानगी नही मरती !
हिंदी शायरी, Hindi Shayari, Political view, Social Novel and Lyrics
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