Friday, September 20, 2024

Life

अपने कम बनाया हूं, वो भी नाराज है। गैरों से बनती नहीं,खुद से ही बात कर लेता हूं।

Wednesday, September 18, 2024

तुम भी खामोश थे

तेरे सामने, मैं भी मुस्कुरा लेता हूं, तुम भी मुस्कुरा लेती हो। चुपके से देखा तुझे, तुम भी खामोश थी ,मेरी तरह।

Open Book

खुली किताब हूं मैं,पर तुम पढ़ नहीं सकते। मेरे लिखे अल्फाज दिल से पढ़े जाते हैं, होठों से नहीं।

Wednesday, September 11, 2024

शौक नहीं

शौक नहीं की हर किसी का हो जाऊं,पर जिनका हूं ,वो दूर बहुत हो गए हैं।

Monday, September 9, 2024

दूर चला जाता हूं

फिर कभी लौटूंगा, तेरे यादों में, अभी रूठे हो तुम, दूर चला जाता हूं। काश मनाने का हुनर, हमें भी आता ।

Saturday, September 7, 2024

फासले

महफ़िल में तुम भी थे, महफ़िल में हम भी थे, ना कुछ तुम कह सके ना हम। यूं ही फासले बढ़ते गए,ना तुम भूला सके ना हम।

Wednesday, September 4, 2024

सुकून

साथ चाहिए था, उन्होंने सुकून दे दिया, बस अब खुद में खोया रहता हूं।