Friday, October 28, 2022

एक मुलाकात!

काश एक दफा मुलाकात उनसे हो जाती, हम भी कह आते हैं, मोहब्बत नहीं है आपसे। वो भी फिक्र करना छोड़ देते हमारा।

Tuesday, October 25, 2022

तारों की हकीकत

तारों की हकीकत, मैं भी समझ पाता, वैसे ही एक तारा टूट गिरा। शायद तारों के शहर में भी एक दिल टूटा होगा । दर्द हमने आँसुओं में बहा दिये, यकीनन दर्द उनसे कम हुआ होगा।

Sunday, October 23, 2022

मेरी परछाइयां

कैसे कहूं कि तुम बेवफा हो, खुद की परछाइयों का साथ छोड़ते देखा है हमने । अंधेरा उस वक्त भी था, अंधेरा आज भी है। दर्द बस इतना सा है तेरे जाने का, तू लौट कर वापस आ ना सका, मेरी परछाइयों की तरह।

Saturday, October 15, 2022

सफर अभी बाकी है

हम सोचे सफर अभी बाकी है, कुछ पल और इंतजार कर लेते हैं। ना सफर खत्म हुई, ना इंतजार, खत्म क्या हुआ, तुम तो जानते हो ना।

Monday, October 3, 2022

बंदिशें आज भी है

बंदिशें कल भी थी, बंदिशें आज भी है ,तुमसे मिलने की, कल हकीकत थी और आज ख्वाब है।

Sunday, October 2, 2022

झूठे ख्वाब

कभी कोई तुम भी ख्वाब देख लिया कर। अक्सर ख्वाब झूठे होते हैं, मालूम है मुझे। पर कभी-कभी झूठे ख्वाब भी ,जीने का हौसला देती है।