Saturday, September 24, 2022
तू साथ नहीं
तू साथ नहीं ,कोई गम नहीं ,यादें अभी भी बचा कर रखा हूं। तेरी तस्वीर ,मैं भी जला दिया हूं, पर रिश्ता दिल का था, दिल से कैसे निकालूं।
Tuesday, September 13, 2022
White Money Laundering(My Virtual Word)
*White Money Laundering*
हवाला कारोबार ऐसा कारोबार जो देश को दीमक की तरह चाट रहा है ,कैसे? आज हम जानते हैं।
हम ऐसे समय में जी रहे हैं जहां होता सब कुछ है ,पर दिखता कुछ नहीं है ,कुछ ऐसा ही हाल money laundering का है।
money laundering हर दिन ,हर पल हो रहा है, हमारे देश में और पूरी दुनिया में, लेकिन आप इसे money laundering नहीं , बल्कि आप इसे कह *white money laundering* सकते हैं।
तो चलो अब हम चलते हैं ,उस हसीन दुनिया में ,जहां एक देश दूसरे देश को बर्बाद करने से लेकर आतंकवाद फैलाने तक, सब कुछ होता है इस दुनिया में , लोग देखते-देखते धनी बन जाते हैं इस दुनिया में। और इस दुनिया को कहते हैं *White Money Laundering World*.
तो सबसे पहले हम बात करते हैं अपने देश के भ्रष्ट नौकरशाहों की और हमारे नेताओं की।
बदलते वक्त के साथ ही ऐसे भ्रष्ट लोग अपने देश के पैसे को बाहर भेजने का नया तरीका ढूंढ लिए है, अब वह पहले की तरह नहीं बैग में पैसे ले जाओ और विदेशी बैंकों में जमा कर दो, अब ये ऐसा नहीं करते हैं।
अब ऐसे लोग अपना तरीका पूरी तरह से बदल लिया है।
मौजूदा समय में विकास और भ्रष्टाचार दोनों एक दूसरे के पूरक बन गए हैं, जहां भ्रष्टाचार हैं, वहां विकास है और जहां विकास है वहां भ्रष्टाचार है।
अब जरा समझते हैं, आखिर कैसे?
विकास कार्यों के लिए बड़े-बड़े contract दिए जाते हैं। जो हजारों ,लाखों करोड़ों के होते हैं।
भ्रष्ट नौकरशाह और नेता पहले जब ये ठेके किसी कंपनी को देते थे तब उसमें उनका कमीशन होता था। लेकिन जिस कंपनी का रिकॉर्ड अच्छा रहता था उसी को ये ठेके मिलते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं है। लेकिन अब कंपनी का रिकॉर्ड अच्छा है या बुरा यह नहीं देखा जाता है, अब यह देखा जाता है कि ,यह कंपनी विदेशी है क्या या इस कंपनी का ब्रांच विदेशों में है क्या, अगर है तो ऐसी कंपनियां इन भ्रष्ट लोगों के प्राथमिकता में सबसे ऊपर आती है।
निर्माण कार्य वाले कंपनियों से जो रिश्वत का मांग करते हैं, उन कंपनियों के विदेशी शाखों से सीधा उनका रिश्वत भ्रष्ट नौकरशाहों और नेताओं के विदेशी अकाउंट में जमा करवा दिया जाता है ।
और देश का पैसा बिना कुछ कहे पूछे विदेशों में चला जाता है।
लेकिन अब भ्रष्टाचारी यहीं तक नहीं रुक रहे हैं इससे भी आगे बढ़ चुके हैं, बताते हैं कैसे?
लेकिन उससे पहले एक सवाल हमारे और आपके जिंदगी से।
अगर हम बाजार से एक LED बल्ब लेते हैं ,तो उसकी कि warranty 1 साल कि तो मिल ही जाती है।
तो क्या यह 1 साल की warranty कंपनियां अपने जेब से देती है। नहीं बिल्कुल नहीं देती।
अगर आप एक LED बल्ब बाजार से खरीदते हैं, तो आप मान लीजिए कि आप 3 बल्ब के पैसे कंपनी को दे रहे हैं, vehicle Insurance कि तरह। अगर आपकी गाड़ी दुर्घटना ग्रस्त हुई तो कंपनी आपको claim देगी नहीं तो Insurance का पैसा कंपनी का ।
लेकिन अगर आप insurance ही ना ले तो ,आपका पैसा आपके पास। वैसे ही LED बल्ब के साथ होता है ,अगर आप WARRANTY नहीं लेते हैं तो आपको एक ही बल्ब का पैसा देना पड़ेगा।
और भ्रष्टाचारियों की नजर यही दो बल्ब पर है
ये भ्रष्ट लोग रिश्वत भी लेते हैं, और कंपनियों से सामानों के warranty भी नहीं लेते हैं और warranty का जो पैसा रहता है उसे भी हड़प कर लेते हैं।
और सामानों के खरीद के लिए भी सबसे पहला पैमाना यही होता है कि यह कंपनियां विदेशी है कि नहीं अगर विदेशी हैं तो ऐसी कंपनियां उनकी प्राथमिकता में सबसे ऊपर आती है। क्योंकि यह कंपनियां विदेशों में इनके अकाउंट में पैसा सीधा ट्रांसफर कर देते हैं और देश को पता भी नहीं चलता इतना बड़ा भ्रष्टाचार से देश का पैसा बाहर चला गया।
यह तो कुछ बातें हुई ,जो देश का पैसा विदेशों में कैसे भेजा जाता है। अब हम बात करते हैं देश में हवाला के जरिए कैसे पैसा पहुंचाया जाता है।
और विदेशों से देश में पैसा पहुंचाने का सीधा सा अर्थ होता है, देश में आतंकवाद और देश में अस्थिरता पैदा करना। और यह सब होता है दिखाकर, खुली हवा में ,कुछ भी छुपा नहीं होता है ,पर वह Money Laundering नहीं होता। जानते हैं कैसे?
तो सबसे पहले हम बात करते हैं व्यापार के जरिए कैसे विदेशो से पैसा देश में, देश को अस्थिर, आतंकवादी घटनाओं के लिए भेजा जाता है
देश के दुश्मन सबसे पहले एक कंपनी बनाते हैं देश में और उन कंपनियों से सामानों का उत्पादन करते हैं, इन कंपनियों के समान देश में तो ना के बराबर ही बिकता है लेकिन विदेशों में इनके product अधिक से अधिक export किया जाता है। और ये कंपनियां जिन देशों में अपना Product Export करते है ये देश अधिकतर हमारे देश के दुश्मन देश होते हैं। कहने के लिए तो यह दो देशों के बीच व्यापार होता है लेकिन दुश्मन देश भर-भर के पैसा इन कंपनियों को सामान के बदले देते हैं और मजे की बात यह है की ऐसे कंपनियों के प्रोडक्ट देश में तो इनकी कीमत बहुत ही कम होती है, लेकिन विदेश में इनकी कीमत बहुत अधिक होती है , जिससे दुश्मन देश अधिक से अधिक पैसा देश में अस्थिरता पैदा करने के लिए भेज सकें।
और अब आखरी में बात करते हैं उस चकाचौंध दुनिया के बारे में जो दुनिया देखने में तो बहुत ही खूबसूरत होती है लेकिन अंदर से उतना ही खोखला होता है ।हम बात कर रहे हैं फिल्म इंडस्ट्री की।
पैसा के लिए कुछ भी कर सकते हैं, इनका कोई धर्म नहीं, इनका कोई राष्ट्र नहीं, इनका कोई कर्तव्य नहीं ,इनका राष्ट्र धर्म नहीं, इनका सारा धन, कर्तव्य सब कुछ पैसा होता है।
अगर इनका फिल्म देश में ना चले, तो ये उन राष्ट्रों को ढूंढते हैं ,जो राष्ट्र हमारे देश का भला नहीं चाहते। और जब इनका बात बन जाता है ,तब ये अपनी फिल्में ऐसे देशों में release करवाते हैं। और मजे की बात, ऐसे देशों में इनकी फिल्में इतनी चलती है, और इतनी कमाई करती है जितना देश में भी नहीं करते।
लेकिन इस बार कमीशन दुश्मन देश तय करता है, और दुश्मन देश के पैसे हमारे देश के किसी बैंक अकाउंट में जमा नहीं होते ,बल्कि यह देश के दुश्मनों को दी जाती है, जिससे आतंकवादी गतिविधियों में सहायता मिलती है।
Saturday, September 10, 2022
क्या गुनाह हुआ
वक्त बहुत गुजर गया है, शाम अभी बाकी है। ना जाने हमसे क्या गुनाह हुआं, अभी तक हमें चांद का दीदार ना हुआ।
Thursday, September 8, 2022
तुम्हारी नफरतें
तुम्हारी नफरतें, जानता हूं मैं,बात क्या है, मैं नहीं जानता, पर इतना मालूम है मुझे, मेरे चाहने वाले बहुत हैं।
पर दिल को सुकून है
अगर खामोशियां ही थी,तेरे लफ्ज़ पे, तो बता देते। आवाज मैं भी ना लगाता, पर दिल को सुकून है, मैंने इश्क छुपाया नहीं दुनिया से।
Friday, September 2, 2022
Thursday, September 1, 2022
तुम झूठे हो
कब तक कहोगे तुम ,कि तुम झूठे हो। यकीनन मोहब्बत पत्थर से कर बैठे हो, अगर पत्थर ना होती, तो ये गुनाह, वो भी कर देती।
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