Saturday, June 26, 2021
क्या कहूं अपने बारे में
क्या कहूं अपने बारे में, तुम बस मुझे मान लो की मैं हूं, हवाओं की तरह, कुछ मांगूंगा नहीं तुमसे, बस यूं ही हवाओं की तरह तुमसे होकर गुजर जाऊंगा।
Sunday, June 20, 2021
लोग यूं ही कहा करते थे
लोग यूं ही कहा करते थे मुझसे ,मोहब्बत नहीं है उसे तुझसे, फिर मेरे जाने पर, उसकी आंखे क्यों भर आई थी।
Friday, June 18, 2021
Read the silences
कभी खामोशियों को भी पढ़ा करो ,उसमें भी कुछ लिखा होता है, अगर ना होता तो,कोई पत्थरों से राज कैसे ढूंढता।
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