Sunday, August 5, 2018

Trying to write lyric

तेरी जिक्र को,मैं फिक्र में रखूं। तेरी दिल को दिल में , खास रखूं । खोया तुझे हूं,खुद को नहीं । फिर खोया हुआ हूं ,क्यों खुद में कहीं । चल दिया मैं ~क्यों इस कदर, था रास्तों का ना कोई फिकर, चल दिया मै, क्यों इधर । तेरी बातों को, बातों में याद रखूं , तेरी यादों को, यादों में खास रखू़ं। थी फैसले ,अपनी मगर, थी सही ,तेरे लिए । तेरी ख्वाब को ,ख्वाब में याद रखूं तेरी चाहतो को, चाहतो में खास रखू़ं।

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