Thursday, July 12, 2018

मेरे एहसास

ना जाने हमने कितने ख्वाब सजाए थे,वो पल भर में टूट गए। यकीनन वो ख्वाब ही थे,हकीकत नहीं, शायद इसीलिए टूट गए।

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